हमीरपुर, अक्टूबर 12 -- भरुआ सुमेरपुर। स्थानीय गेस्ट हाउस में प्रवचन करते हुए स्वामी गिरीशनंद ने कहा कि स्वामी रोटीराम महान संत थे। जिन पर सभी धर्मों के लोग आस्था रखते थे। उनकी कृपा आज भी इस क्षेत्र के भक्तों पर बरस रही है। उन्होंने कहा कि आकृति से नहीं प्रकृति से मनुष्य बनने का प्रयास करना चाहिए। इस युग में सज्जनता के साथ ईश्वर की आराधना होनी चाहिए। पांडव धर्मनिष्ठ थे किंतु श्रीकृष्ण का सानिध्य न होता तो महाभारत में जीत नहीं मिल पाती क्योंकि कलयुग दुष्ट लोगों का सहयोग करता है। जीवन में सुरक्षित रहने के लिए हर व्यक्ति को एक घंटा स्वास्थ्य के लिए और एक घंटा साधना के लिए अवश्य देना चाहिए। ईश्वर की भक्ति से आपका कल्याण हो जाएगा। प्रात: काल उठकर ईश्वर की आराधना कर लो तो दिन भर मन शांत और प्रसन्न रहता है। इसके पूर्व डॉ.स्वामी मुक्तानंद ने प्रवच...
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