नई दिल्ली, दिसम्बर 25 -- मुंबई में गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (SFIO) ने कंपनियों अधिनियम 2013 के तहत इंडसइंड बैंक पर औपचारिक जांच शुरू कर दी है। यह जांच 23 दिसंबर 2025 के एक पत्र के बाद शुरू हुई, जिसमें आंतरिक डेरिवेटिव ट्रेड्स से जुड़ी लेखा जोखिमों की बात कही गई। बैंक ने अपनी फाइलिंग में बताया कि एसएफआईओ, कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के तहत, जून 2 को बैंक द्वारा रिपोर्ट की गई समस्याओं पर जानकारी मांग रहा है, जिनमें आंतरिक डेरिवेटिव्स, बिना सबूत के अन्य संपत्ति/दायित्व और माइक्रोफाइनेंस ब्याज/शुल्क आय शामिल हैं।डेरिवेटिव अनियमितताओं का असर बैंक ने 18 दिसंबर को इसकी जानकारी साझा की, पूर्ण सहयोग का वादा किया और विवरण अपनी वेबसाइट पर डाले। डेरिवेटिव अनियमितताओं ने प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट को 31 मार्च 2025 तक लगभग 1960 करोड़ रुपये प्रभावित कि...