देहरादून, जुलाई 7 -- उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में कार्यरत कर्मचारियों को मार्च से वेतन ना मिलने पर उत्तराखंड विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ ने रोष जताया है। सोमवार को महासंघ की बैठक में तय किया गया कि अगर जल्द वेतन जारी नहीं होता तो आंदोलन किया जाएगा। महासंघ के अध्यक्ष भूपाल सिंह करायत और महामंत्री प्रशांत मेहता ने बताया कि पिछले दो साल से आयुर्वेद विश्वविद्यालय में घोर अराजकता की स्थिति है। जिसका खामियाजा वहां पर कार्यरत कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। उनको हर तीन से पांच माह बाद ही वेतन मिल रहा है। जिसके चलते कर्मचारियों को घर परिवार चलाने में भारी दिक्कत हो रही है। उन्होंने बताया कि लगातार शिकायत के बावजूद शासन और सरकार इसकी अनदेखी कर रहे हैं। बताया कि विश्वविद्यालय में पूर्व के कुछ मामलों के जांच के दायरे में होने के कारण शास...