बिहारशरीफ, सितम्बर 23 -- चंडी, एक संवाददाता। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फ़ॉर भेजिटेबल स्थित प्रशिक्षण भवन में नालंदा के 60 किसानों को सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली के बारे में बताया गया। सहायक निदेशक उद्यान राकेश कुमार ने कहा कि यह इस प्रणाली से कम पानी में अधिक क्षेत्र की सिंचाई संभव है। 30 से 40 प्रतिशत पानी की बचत होती है। फसलों की गुणवत्ता और उत्पादकता में भी उल्लेखनीय सुधार होता है। मौके पर बीएचओ पवन कुमार पंकज, रोहितश्वर राय, सोनू कुमार सहित किसान मौजूद थे।

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