जमशेदपुर, अक्टूबर 4 -- आदिवासी कुड़मी समाज के केंद्रीय अध्यक्ष शशांक शेखर महतो की अध्यक्षता में तीन राज्यों में 100 जगहों पर हुए रेल टेका व डहर छेंका आंदोलन की समीक्षा बैठक सोनारी स्थित देवेंद्र सेवा सदन में हुई। मुख्य वक्ता समाज के मूलखूंटी मूल मानता अजीत प्रसाद महतो ने कहा कि रेल टेका आंदोलन में समाज के लाखों लोग, महिला, बच्चे, बुजुर्ग, नौजवान आदि ने रेलवे ट्रैक पर ढोल-नगाड़ा के साथ बैठकर अपनी आवाज उठाई, लेकिन सरकार ने अबतक ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि कुड़मी का इतिहास, परंपरा, संस्कृति और जनजीवन आदिवासी समाज से गहरे रूप से जुड़े हुए हैं, जिसे नकारा नहीं जा सकता। बैठक में यह भी कहा गया कि कई लोगों द्वारा राजनीतिक बहकावे में एसटी दर्जा बहाल करने का विरोध किया जा रहा है, किंतु यह विरोध आंदोलन की सफलता का उदाहरण है। बैठक में...