उरई, दिसम्बर 23 -- आटा। कड़ाके की ठंड ने आटा क्षेत्र में जनजीवन को बेहाल कर दिया है। रात होते ही गलियों, चौराहों और बस स्टैंड पर सन्नाटा पसर जाता है, लेकिन इस सन्नाटे के बीच सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों को झेलनी पड़ रही है, जिनके पास ठंड से बचने का कोई साधन नहीं है। हैरानी की बात यह है कि दिसंबर माह को बीतने में भी चंद दिन बचे हैं पर इसके बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक अलाव जलाने की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे गरीब, मजदूर, रिक्शा चालक, बुजुर्ग और राहगीर ठंड में ठिठुरने को मजबूर हैं। आटा क्षेत्र में रात का तापमान लगातार गिर रहा है। सुबह-शाम घना कोहरा और सर्द हवाएं हालात को और भी गंभीर बना रही हैं। ऐसे में नगर व ग्रामीण इलाकों के प्रमुख चौराहे, बस स्टैंड, बाजार और सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था प्रशासन की जिम्मेदारी होती है, ...