नई दिल्ली, नवम्बर 2 -- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) रविवार शाम अपने अब तक के सबसे भारी संचार उपग्रह CMS-03 को अपने सबसे शक्तिशाली रॉकेट LVM-3 के जरिये अंतरिक्ष में भेजेगा। यह पहली बार होगा जब इसरो भारतीय भूमि से 4,000 किलोग्राम से अधिक वजन वाले उपग्रह को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) में स्थापित करेगा। यह भारत की बढ़ती भारी-भार क्षमता की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर माना जा रहा है। CMS-03 एक मल्टीबैंड कम्युनिकेशन सैटेलाइट है, जिसका वजन 4,410 किलोग्राम है। इसे पृथ्वी की सतह से लगभग 29,970 किमी x 170 किमी की ट्रांसफर कक्षा में स्थापित किया जाएगा। अब तक इसरो को अपने भारी उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करने के लिए विदेशी एजेंसियों जैसे Arianespace और SpaceX की सेवाएं लेनी पड़ती थीं। इस बार की सफलता से भारत भारी उपग्रहों को स्वद...