चतरा, दिसम्बर 20 -- लावालौंग प्रतिनिधि वर्षों से बदहाली, हादसों और कीचड़ की पहचान बन चुकी लावालौंग-पांकी मुख्य सड़क अब इतिहास बनने जा रही है। प्रखंड क्षेत्र के हजारों ग्रामीणों के लंबे संघर्ष,आंदोलन और आवाज़ के बाद आखिरकार इस जर्जर सड़क के कायाकल्प पर मुहर लग गई है। डीएमएफटी फंड से 22 करोड़ रुपये की लागत से सड़क निर्माण को स्वीकृति मिल चुकी है,जिससे पूरे क्षेत्र में राहत और उत्साह का माहौल है।यह सड़क वर्षों से लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई थी।रोजाना दुर्घटनाएं आम बात थीं।स्कूल जाने वाले बच्चों को जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ता था।मरीजों की एंबुलेंस रास्ते में फंस जाती थी और किसानों की उपज बाजार तक पहुंचना चुनौती बन चुकी थी।बारिश के मौसम में सड़क कीचड़ के दलदल में तब्दील हो जाती थी।जिससे लावालौंग प्रखंड का संपर्क लगभग कट जाता था।ग्रामीणों...