नई दिल्ली, दिसम्बर 22 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। 'अरावली बचाओ' मुहिम के बीच यह मामला एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। पर्यावरण कार्यकर्ता और वकील हितेंद्र गांधी ने देश के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) सूर्यकांत को पत्र लिखकर अरावली में संरक्षित क्षेत्रों की पहचान के लिए अपनाए जा रहे तथाकथित '100 मीटर परीक्षण' से जुड़े फैसले की समीक्षा की मांग की है। सीजेआई को लिखे पत्र में हितेंद्र गांधी ने अरावली के पारिस्थितिक संरक्षण उपायों पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है, जिन्हें उन्होंने गंभीर रूप से दोषपूर्ण बताया है। उन्होंने चेतावनी दी कि केवल ऊंचाई पर आधारित संख्यात्मक मानदंड का सख्त प्रयोग उन बड़े भू-भागों को संरक्षण से बाहर कर सकता है, जो निर्धारित सीमा में नहीं आते, लेकिन पारिस्थितिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण हैं। पत्र में कहा कि यह प...