भागलपुर, जुलाई 9 -- अररिया, वरीय संवाददाता बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ के तत्वावधान में राष्ट्रव्यापी हड़ताल के तहत बुधवार को आशा ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर धरना दिया एवं प्रदर्शन कर अपनी मांगें दुहराई। मौके पर आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा में उनकी अहम भूमिका रही है। कोरोना महामारी के दौरान जोखिम उठाकर किए गए कार्य की सराहना डब्लूएचओ, उच्च न्यायालय और मानवाधिकार आयोग तक ने की। इसके बावजूद राज्य में आशाओं की कई समस्याएं लंबित हैं। संघ ने बताया कि एक से चार महीने तक की प्रोत्साहन राशि बकाया है। वेलनेस सेंटर पर काम करने वाली आशाओं को एक हजार रुपये की बजाय 400-500 रुपये ही दिए जा रहे हैं। सारण, अररिया और पटना जिलों में कमीशनखोरी और भुगतान में गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगाये गये हैं। उन्होंने मांग की कि आशाओं को ...