मिर्जापुर, दिसम्बर 25 -- मिर्जापुर, संवाददाता । काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के बरकछा स्थित राजीव गांधी दक्षिणी परिसर में पशु चिकित्सा संस्थान से संचालित स्वदेशी गौ-वंश संरक्षण परियोजना "आधुनिक तकनीकों एवं सरोगेसी के माध्यम से उत्कृष्ट स्वदेशी नस्ल के गाय का संरक्षण" में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त की है। परियोजना के तहत चार गैर-वर्णित (नॉन-डिस्क्रिप्ट) गायों में उच्च आनुवंशिक क्षमता वाली साहीवाल गायों के भ्रूण का मल्टीपल ओव्यूलेशन एम्ब्रियो ट्रांसफर (MOET) तकनीक से सफल गर्भधारण दर्ज किया गया। गर्भवती गायें मई और जून 2026 में बच्चा जनेगी। डॉ. मनीष कुमार कुमार ने बताया कि इस प्रक्रिया में सेक्स-सॉर्टेड सीमेन का उपयोग किया गया है। इससे लगभग 95 प्रतिशत संभावना है कि उच्च गुणवत्ता वाली साहीवाल नस्ल की मादा बछिया प्राप्त होगी। यह उपलब्धि डेय...