प्रयागराज, जून 9 -- प्रयागराज। ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा 11 जून को मनाई जाएगी और इसी दिन शाम 6:54 बजे गुरु ग्रह पश्चिम दिशा में अस्त हो जाएंगे। इसी के साथ शहनाई की गूंज नहीं सुनाई देगी। सूर्य के दक्षिणायन होने से चातुर्मास शुरू हो जाएगा और शादी-ब्याह जैसे मांगलिक कार्य छह माह के लिए नहीं होंगे। फिर 21 नवंबर से विवाह जैसे शुभ कार्य शुरू होंगे। स्वामी नरोत्तमानंद गिरि वेद विद्यालय, झूंसी के प्राचार्य ब्रज मोहन पांडेय ने बताया कि ज्योतिष सिद्धांत के अनुसार ग्रहों के राजा सूर्य माने गए हैं और मंत्री गुरु हैं। गुरु के साक्षी होने पर ही विवाह व अन्य मांगलिक कार्य होते हैं। सूर्य के दक्षिणायन होने पर मांगलिक कार्य सहित सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश व यज्ञोपवीत जैसे कार्य पर पूरी तरह से विराम लग जाएगा। आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी छह जुलाई को देवशयनी एकादश...