नई दिल्ली, अक्टूबर 20 -- डूरंड रेखा अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच 2640 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा है, जिसका नाम ब्रिटिश राजनयिक सर मोर्टिमर डूरंड के नाम पर पड़ा है। इसे 1893 में ब्रिटिश भारत और अफगानिस्तान के बीच समझौते के तहत स्थापित किया गया था। यह रेखा पख्तून जनजातियों के पारंपरिक क्षेत्रों को विभाजित करती है, जो दोनों देशों में रहते हैं। हालांकि, अफगानिस्तान इस रेखा को औपचारिक सीमा के रूप में स्वीकार नहीं करता, क्योंकि इसे ब्रिटिश उपनिवेशवाद के दौरान थोपा गया माना जाता है। यह भी पढ़ें- पुतिन की शर्तें मान लो, नहीं तो रूस तबाह कर देगा; जेलेंस्की से बोले ट्रंप अफगानिस्तान के डूरंड रेखा को अस्वीकार करने का मुख्य कारण ऐतिहासिक और सांस्कृतिक है। अफगान सरकार का मानना है कि यह समझौता अफगान अमीर अब्दुर रहमान खान पर ब्रिटिश दबाव में हस्ताक्षर क...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.