ब्रह्माकुमारी चक्रधारी दीदी, अगस्त 12 -- Discourse Today: हरेक मनुष्य अपने जीवन में स्थायी सुख और शांति चाहता है। मनुष्य के सारे पुरुषार्थ, सारे यत्न इसी लक्ष्य की सिद्धि के लिए ही होते हैं। परंतु इस ध्येय की प्राप्ति का साधन क्या है? क्या मनुष्य संसार के विषयों एवं पदार्थों को प्राप्त कर लेने से संपूर्ण सुख एवं शांति की प्राप्ति कर सकता है? ऐसा तो है नहीं, क्योंकि हम देखते हैं कि सुख पदार्थों में नहीं है, वह तो मन की एकाग्र स्थिति में है। क्या हम नहीं देखते कि यदि किसी मनुष्य के सामने समस्त रसों से युक्त पदार्थ रखे हों, परंतु यदि उसका मन किसी कारण से अशांत हो जाए, तो उस समय वे पदार्थ भी उसे नहीं भाते। यह भी पढ़ें- वास्तु के अनुसार प्रतिदिन करें ये 6 काम, जीवन में मिलेगी स्थिरता दरअसल, पदार्थों को भोगते-भोगते मनुष्य स्वयं भी भोगा जाता है ...