मैनपुरी, दिसम्बर 21 -- भोगांव। चार साहिबजादे के बलिदान सप्ताह के दूसरे दिन सिख समाज ने श्रद्धाभाव के साथ धर्म की खातिर बलिदान हुए चारों साहिबजादों, माता गुजरी और अन्य शहीद सिखों को याद किया। रविवार को नगर के सिंधी गली स्थित गुरुद्वारा में कार्यक्रम की शुरुआत सुबह सुखमणि साहिब के पाठ से हुई। इसके बाद वाहेगुरु के मूल मंत्र का स्मरण किया गया। शबद कीर्तन और विचार वाणी के माध्यम से संगत ने बलिदानी चार साहिबजादों, माता गुजरी और सिखों के बलिदानों को भावभीना स्मरण किया। मुख्य ग्रंथी अर्शदीप कौर ने संगत को बताया कि धर्म की रक्षा के लिए दसवें गुरु गोविंद सिंह ने मुगल शासकों के साथ युद्ध करते हुए आनंदपुर साहिब का किला 20 दिसंबर 1704 को छोड़ा। इसके बाद उनके बड़े पुत्र अजीत सिंह और जुझार सिंह को मुगल फौज ने घेर लिया और वे चमकौर साहिब पहुंचे। वहां भीषण...