मधेपुरा, दिसम्बर 20 -- घैलाढ़ संवाद सूत्र। प्रखंड क्षेत्र से होकर गुजरने वाली चार बड़ी एवं छोटी नहर पदाधिकारियों की उदासीन रवैये के कारण मोहनपुर उपवितरणी नहर, घैलाढ़ झिटकिया नहर, बासूदेवा नहर का अस्तित्व लगभग मिटता सा जा रहा है। आलम यह है कि नहर में पानी नहीं आने के कारण अतिक्रमण कर नहर व नहर के ऊपरी सतह पर घर का निर्माण का खुलम खुला खेल शुरू है। जिसका जीता जागता प्रमाण मोहनपुर मुसहरी, चिकनोटवा, श्रीनगर, पथराहा, घैलाढ़ बाजार सहित नहर के किनारे बसने वाले सभी गांवों में अतिक्रमण कर घर बनाया जा चुका है और कुछ जगहों पर अभी भी बनाया जा रहा है। एक तरफ सरकार किसानों के हर खेतो में पटवन के लिए पानी पहुचाने की बात करती है साथ ही किसानों की खुशहाली के लिए तमाम योजनाएं बना रही है। दूसरी तरफ करोड़ो की लागत से पूर्व में पटवन के लिए खुदाई की गई नहर को विभाग...
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