नई दिल्ली, अगस्त 6 -- Hal Shashti or Harchat 2025: भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को हरछठ व्रत रखा जाता है। इसे हलछठ, ललही छठ या रांधण छठ भी कहा जाता है। इस दिन बलराम जयंती भी मनाई जाती है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई भगवान बलराम की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन ही उनका जन्म हुआ था। हरछठ व्रत संतान की लंबी आयु व खुशहाली के लिए रखा जाता है। कब है हरछठ व्रत: हिंदू पंचांग के अनुसार, षष्ठी तिथि 14 अगस्त को सुबह 04 बजकर 23 मिनट पर प्रारंभ होगी और 15 अगस्त को सुबह 02 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगी। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल हरछठ का व्रत 14 अगस्त को है। हरछठ व्रत भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव यानी जन्माष्टमी से पहले रखा जाता है। इस साल जन्माष्टमी दो दिन 15 अगस्त व 16 अगस्त को है। ऐसे में इसकी तारीख में अंतर संभव है।हरछठ ...