मधुबनी, जुलाई 15 -- सरकार ने बच्चों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए उनके शारीरिक व मानसिक गतिविधियां के लिए मिडिल स्कूलों में शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों (शारीरिक शिक्षक) की नियुक्ति की है। इनकी जिम्मेदारी विद्यार्थियों को शारीरिक व्यायाम, खेलकूद, योग एवं स्वास्थ्य शिक्षा देने की है, लेकिन व्यवहार में इनसे विद्यालय की नियमित दिनचर्या का हिस्सा बनने की अपेक्षा की जाती है। शारीरिक शिक्षकों का कहना है कि सुबह प्रार्थना से लेकर खेल सामग्री की व्यवस्था, रजिस्टर संधारण, प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन व अन्य गैर शैक्षणिक कार्यों में उन्हें लगाया जाता है। शारीरिक शिक्षक शशि, सुरेश गुंजन, आशीष कुमार सिंह, आशीष कुमार दत्ता, सुधांशु शेखर, अमर कुमार, सत्येंद्र यादव आदि का कहना है कि अंशकालिक कहकर हमें बहुत कम वेतन दिया जाता है। महंग...