विकासनगर, सितम्बर 6 -- वानिकी प्रशिक्षण केंद्र रामपुर मंडी में शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध दिवस मनाया गया। वन विभाग के अधिकारियों ने गिद्धों के पारिस्थितिकी तंत्र में महत्व और पिछले 30 वर्षों में उनकी गिरावट पर चिंता व्यक्त कर संरक्षण के उपायों पर मंथन किया। वक्ताओं ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस हर वर्ष सितम्बर के पहले शनिवार को विश्वभर में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य गिद्धों के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है। प्रशिक्षण केंद्र के अनुदेशक विजय सिंह नेगी ने कहा कि यह पक्षी आज सबसे अधिक संकटग्रस्त प्रजातियों में शामिल हैं। भारत में गिद्धों की संख्या पिछले तीन दशकों में 90 प्रतिशत से अधिक घट चुकी है। जिसका मुख्य कारण डाइक्लोफेनाक नामक पशु-चिकित्सा दवा और अन्य मानवजनित खतरे रहे हैं। गिद्ध प्राकृतिक सफाई कर्मी की भूमिका ...