पूर्णिया, अप्रैल 20 -- पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता।जिले के कई प्रखंड अस्पतालों में नियमित टीकाकरण में शामिल रोटा वायरस और पोलियो की महत्वपूर्ण दवा नहीं हैं। चिकित्सक की मानें तो रोटा वायरस डायरिया में काम आने वाला वैक्सीन है। यह दवा छोटे बच्चों को डायरिया से बचाता है। ऐसे समय में यह वैक्सीन नहीं होना बच्चों के लिए परेशानी का सबब है। विदित हो कि पूरे जिले में शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को 12 प्रकार के जानलेवा बीमारी से बचाता है। ऐसे में डेढ़ माह, ढाई माह और साढ़े तीन माह के बच्चों को रोटा वायरस का टीका पड़ता है। यह टीका कम होने के कारण जिला मुख्यालय पर तो उपलब्ध है पर कई प्रखंड में उपलब्ध नहीं है। कई जगहों पर पोलियो की दवा भी उपलब्ध नहीं है। बता दें कि शून्य से लेकर दो वर्ष तक के बच्चों को नियमित टीकाकरण के जरिए स्वास्थ्य लाभ देने क...