अल्मोड़ा, फरवरी 18 -- एसएसजे के इतिहास विभाग में दो दिवसीय हिमालयी लोक संस्कृति पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का समापन हुआ। समापन पर वक्ताओं ने हिमालयी संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए प्रयास करने का आह्वान किया।रविवार को सेमिनार के समापन पर अधिष्ठाता छात्र प्रशासन प्रो प्रवीण सिंह बिष्ट ने कहा कि हिमालय की संस्कृति अपने आप में विराट है। हमें इसके संरक्षण व संवर्धन के लिए प्रयास करने चाहिए। सेमिनार के दौरान हुए सत्रों में शोधार्थियों की ओर से शोध पत्र भी पढ़े गए। यहां प्रो बीडीएस नेगी, पद्मश्री डॉ ललित पांडे, आशुतोष, प्रो आरएस राणा, डॉ गोकुल देवपा, डॉ प्रेम प्रकाश पांडे, प्रो बीएम पांडे, डॉ अश्वनी अस्थाना, डॉ वाईएस फर्स्वाण, प्रकाश उनियाल, शशि उनियाल, डॉ आस्था नेगी, डॉ लक्ष्मी वर्मा, डॉ रवि कुमार, डॉ जया भट्ट, डॉ योगेश मनाली, डॉ राखी वाल्म...