सासाराम, फरवरी 9 -- करगहर, एक संवाददाता।विद्यालयों को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा शौचालयों के निर्माण पर लाखों रुपए की राशि पानी की तरह बहाई जा रही है। इसकी बावजूद भी विभागीय पदाधिकारियों और प्रधानाध्यापकों की मिली भगत से निर्माण में व्यापक पैमाने पर अनियमितता की जा रही है। फल स्वरूप विभिन्न विद्यालयों में निर्मित शौचालय बनने के साथ ही टूटकर अनुपयोगी हो गए हैं। जिसका उदाहरण उत्क्रमित मध्य विद्यालय हमीरपुर में दिखाई दे रहा है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...