देवरिया, अप्रैल 8 -- रामपुर कारखाना(देवरिया), हिन्दुस्तान टीम। मुकद्दस रमजान के आखिरी शबे कदर की रात को इबादत करने में लोग मशगूल रहेंगे। शबे कदर की रात को की गई इबादत अल्लाह ताला के नजदीक होती है। इन रातों को की गई इबादत का सवाब अल्लाह ताला बहुत ही अधिक बढ़ा कर देता है।मुकद्दस रमजान का 27वां रोजा अल्लाह ताला के बंदों ने रविवार को पूरा किया। मुकद्दस रमजान के आखिरी असरे में पांच शबे कदर की रातें आती हैं। पेश इमाम हाफिज मोहम्मद इरफान खान कहते हैं कि रमजान के पाक महीने की 21वीं, 23वीं, 25वीं, 27वीं और 29वीं की रात को शबे कदर की रात कहा जाता है। इन रातों को की गई इबादत का सवाब अल्लाह ताला 70 हजार गुना बढ़ा कर देता है। इसके अलावा इबादत की फजीलत से उसके आमाल से गलतियां काट दी जाती हैं। इस साल के मुकद्दस रमजान में महज एक और शबे कदर की रात बची है।...