भक्ति मार्ग के प्रमुख प्रवर्तक थे चैतन्य महाप्रभु
मथुरा, मार्च 31 -- परिक्रमा मार्ग स्थित भक्ति वेदान्त स्वामी गोशाला पर ब्रज पाद पीठम उत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें चैतन्य महाप्रभु की चरण पदुका का अभिषेक एवं पूजन कार्यक्रम आयोजित हुआ। ठाकुर राधा दामोदर मंदिर के सेवायत बड़े गोसाई आचार्य कनिका प्रसाद ने बताया कि चैतन्य महाप्रभु एक भारतीय संत, धार्मिक नेता और भक्तिमार्ग के प्रमुख प्रवर्तक थे। उनका जन्म 1486 ईसा पूर्व के आस-पास नवद्वीप, बंगाल (वर्तमान बांग्लादेश) में हुआ था। वे एक उत्तम शिक्षक, आध्यात्मिक गुरु, और सामाजिक नेता थे। जिन्होंने भगवान कृष्ण की प्रेम-भक्ति को बड़े जोर-शोर से प्रचार किया। चैतन्य महाप्रभु ने सामाजिक एवं धार्मिक सुधार के लिए कई कदम उठाए। उन्होंने लोगों को भगवान कृष्ण की भक्ति में लीन होने का संदेश दिया और भक्ति के माध्यम से समाज को उद्धार करने का प्रयास किया। उनका ...
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