बलिया, फरवरी 9 -- बलिया, वरिष्ठ संवाददाता। भारत रत्न से नवाजे गए चौधरी चरण सिंह यूं तो कई बार बलिया आए लेकिन मुख्यमंत्री रहते यहां जनसभा के दौरान उन्हें बलिया के बागी तेवर से रू-ब-रू होना पड़ा था।मंगल पांडे इंटर कालेज के रिटायर शिक्षक अवध बिहारी चौबे कहते हैं, वर्ष 1967 में डॉ. राम मनोहर लोहिया के आह्वान पर अंग्रेजी विरोधी आंदोलन चल रहा था। विश्वविद्यालयों व कालेजों में छात्र आंदोलित थे। उस समय प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे चौधरी चरण सिंह ने कॉलेजों व विश्वविद्यालयों के छात्रों व छात्रनेताओं खिलाफ बयान दिया। इसे लेकर यहां आक्रोश था। बताते हैं, टाउन हाल में सभा थी। पुलिस भी पूरी तरह अलर्ट थी। इसके बावजूद यहां के आंदोलनकारी छात्रनेताओं ने मुख्यमंत्री को अपना तेवर दिखाया था।

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