चम्पावत, फरवरी 12 -- कोलीढेक में निवेशक के जरिए आयुष ग्राम बनाने की कवायद की जा रही है। इसके लिए दो निवेशक आगे आए हैं। दोनों निवेशकों ने आयुर्वेदिक विभाग को एमओयू भेजे हैं। बेहतर योजना वाले निवेशक को आयुष ग्राम बनाने की जिम्मेदारी जाएगी। आयुष ग्राम में तमाम पद्धतियों से मरीजों का उपचार करने के साथ ही औषधि उगाने की योजना है।लोहाघाट के कोली ढेक में आयुष ग्राम बनाया जाएगा। इसके लिए आयुर्वेदिक विभाग निवेशकों की मदद ले रहा है। आयुष ग्राम बनाने को लखनऊ और दिल्ली के एक-एक निवेशक ने विभाग को एमओयू भेजा है। कोलीढेक में 1.66 हेक्टेयर जमीन में आयुष ग्राम बनाया जाना है। आयुष ग्राम में मरीजों का उपचार करने के साथ ही हर्बल गार्डन भी विकसित किया जाएगा। मरीजों का पंचकर्म, प्राकृतिक चिकित्सा, इनडोर और आउटडोर उपचार किया जाएगा। हर्बल गार्डन में एलोवेरा, घृत...